Add to Home Screen
Step-1 Google Chrome Browser
For better experience, we recommend you to open this page in Google's Chrome Browser . You may also search Google for "Shridhaam English" and visit this page from there.
If you are already visiting this page in one of the above two, follow the next step.
Step-2 Click on the Browser's Menu
On the Top-Right corner of your browser's window, click on the Three-Dots icon. The menu will open.
By Google Search

In Chrome Browser

Step-3 Find the Option
From the list of the options in the menu, find the option "Add to Home screen". Click on it.
By Google Search

In Chrome Browser

Step-4 The "Add" Dialogue Box
Now, you see the "Add to Home screen" dialogue box. Hit the "Add" option. The Shortcut Icon will be added to your mobile screen.

Step-5 Check Your Mobile Screen
Got to your mobile screen and find it out. You will see the Logo of Shridhaam English on your screen.
New Activities
Popular Courses
Three Special Courses
PDF Study Material
Trending Articles
Explore by Topics
What is a Language?
“भावों और विचारों को व्यक्त करने का माध्यम भाषा (language) कहलाता है।” कोई भी प्राणी अपने भावों अथवा विचारों को इन 3 तरीकों से किसी दूसरे तक पहुँचा सकता है: बोलकर, लिखकर अथवा संकेतों के द्वारा। इस आधार पर भाषा निम्नलिखित 3 रूपों में पायी जाती है—
- मौखिक भाषा (Oral Language)
- लिखित भाषा (Written Language)
- सांकेतिक भाषा (Sign Language)
विश्व के विभिन्न देशों और क्षेत्रों में अनेक प्रकार की भाषाएँ प्रचलित हैं। जैसे— संस्कृत, हिन्दी, पञ्जाबी, तेलुगु, बङ्गला इत्यादि हमारी भारतीय भाषाएँ हैं। हमारे संविधान की आठवीं अनुसूची में कुल 22 भारतीय भाषाओं का उल्लेख किया गया है। इंग्लिश, फ्रैंच, जर्मन, फारसी इत्यादि कुछ विदेशी भाषाओं के उदाहरण है। English हमारे देश तथा विश्व के अनेक देशों में कैसे पहुँची, इसकी कहानी हमें इतिहास की पुस्तकों में मिलती है।
मातृभाषा का महत्त्व
अपि स्वर्णमयी लङ्का न मे लक्ष्मण रोचते।
जननी जन्मभूमिश्च स्वर्गादपि गरीयसी॥
भगवान् श्रीराम लक्ष्मण से कहते हैं कि हे लक्ष्मण! यह लङ्का नगरी यद्यपि स्वर्ण से निर्मित है किन्तु इसमें मेरी तनिक भी रुचि नहीं है। मेरे लिए तो मेरी माता और मातृभूमि ही स्वर्ग से भी बढ़कर है।
जिस प्रकार हमारी माता और मातृृृृृभूमि स्वर्ग से भी बढ़कर होती हैं, ठीक उसी प्रकार हमारी मातृृभाषा भी, किसी भी विदेशी भाषा से बढ़कर होती है। क्योंकि अपनी भावनाओं को जितनी सटीकता से हम अपनी मातृभाषा में व्यक्त कर सकते हैं, उतनी सटीकता से किसी अन्य भाषा में नहीं। अतः अपनी मातृृभाषा का सम्मान करें।
Shridhaam English एक ऑनलाइन लर्निंग प्लेटफॉर्म है जिसका उद्देश्य विशेष रूप से हिन्दी माध्यम के विद्यार्थियों और अभ्यर्थियों को अंग्रेज़ी भाषा सीखने हेतु उच्च गुणवत्ता की अध्ययन सामग्री निःशुल्क उपलब्ध कराना है।
यह अध्ययन सामग्री दूर-दराज के ग्रामीण परिवेश के विद्यार्थियों तक निर्बाध रूप से पहुँचती रहे, इसके लिए Shridhaam English को कुछ धन की आवश्यकता होती है। इस धन की व्यवस्था वह अपने 2D और 3D Courses के माध्यम से करता है। इसलिए इन दोनों Special Courses के लिए थोड़ी-सी सहयोग राशि रखी गयी है।
ये Courses एक निश्चित समय पर ही चलाये जाते हैं। आप भी इनमें शामिल होकर निरन्तर अपने शिक्षक के मार्गदर्शन में अँग्रेजी सीख सकते हैं।